एक #दलित चिंतक सुबह #नास्तिक , शाम को #बौद्ध और रात में #कम्युनिस्ट हो जाता है ! शादी विवाह और अंत्येष्टी के समय वह कर्मकांडी , #आरक्षण लेते समय #हिन्दू और चिंतन के समय वह हिन्दू विरोधी बन जाता है ! वह गाली देते समय मनुष्य व बोलने की स्वतंत्रता का समर्थक होता है मगर गाली पड़ते ही वह दबा कुचला #अछूत बन जाता है !
#ब्राह्मणों के साथ हो रहे अत्याचार पर जो लोग खुशी जाहिर कर रहें हैं उन्हें #स्मरण कराना चाहता हूं -
जब भारत की शाही ताकतें #दुनिया की सबसे बड़ी हुकुमत के सामने #नतमस्तक थी तब इन्हीं #शास्त्र पढाने वाले हाथों ने #शस्त्र उठाए थे !
स्मरण रहे
#वक्त बदलता रहता है मगर #रक्त कभी नहीं बदलता ! जय श्री #परशुराम 🚩
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